बेटी बनी दरोगा, मां ने कहा बेटा नहीं होने का नहीं है गम,
पटना।
कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती इस उक्ति को चरितार्थ पटना सिटी चुटकिया बाजार निवासी श्याम नाथ गुप्ता की सुपुत्री वेदिका आर्या ने दरोगा पद पर सेवा देने में सफलता पाई। ज्ञातव्य हो कि दरोगा के रिजल्ट में वेदिका आर्या ने अपनी सफलता हासिल करने के लिए हिम्मत नहीं हारी। अपने परिवार में केवल इकलौती पुत्री मन के साथ माता पिता की अरमान में चार चांद लगा दिया। माता उषा आर्य का मानना है परिवार में पुत्र होने का कोई गम नहीं होना चाहिए। लड़की जो ठानती है वो कर दिखाती है।
दरोगा पद की रिजल्ट आते ही परिवार के सदस्यों में खुशी की लहर छा गई। वेदिका आर्य पटना सिटी में जेसीयस एंड मैरी ऐकैडमी मैं आई सी एस बोर्ड से मैट्रिक में फर्स्ट डिवीजन के साथ इंटर मगध यूनिवर्सिटी फर्स्ट रिवीजन तथा स्नातक पटना कॉलेज से फर्स्ट डिवीजन डिग्री होने के बाद कम संसाधनों के बीच दरोगा पद सफलता पाई पिता अपने जीवन फल एवं सब्जी के आरत व्यवसाय से परिवार की जीवन यापन करते हुए पुत्री की पढ़ाई का संसाधन जुगाड़ बनाते रहे।
जहां चाह वहां राह की कहावत को चरितार्थ किया। उन्होंने कहा कि आगे की पढ़ाई तैयारी जारी रहेगी। परिवार के सदस्य अमरनाथ गुप्ता, पारसनाथ गुप्ता ,अजय गुप्ता, गीता देवी, स्मिता देवी, अंजली देवी, श्वेता पूर्वे, तनीषा आदि ने मिठाई खिलाकर उज्जवल भविष्य की कामना की।