आशीष कश्यप
2,006 Views
तीन आंगनबाड़ी सेविकाओं का निकला प्रमाण पत्र फर्जी,
एक साल से कार्यरत है आंगनबाड़ी केंद्र में सेविकाएं,
पटना बोर्ड द्वारा जांच कराए जाने पर प्रमाणित हुआ प्रमाण पत्र फर्जी
मुगेर ।
फर्जी सार्फिकेट पर आँगनबाड़ी सेविका पद पर कार्य कर रही धरहरा प्रखंड की तीन सेविका को आईसीडीएस की डीपीओ ने सेविका पद से हटाने की अनुसंशा विभाग से किया है । धरहरा की सीडीपीओ ने धरहरा प्रखंड मे एक वर्ष से कार्य कर रही कई नवनियुक्त सेविकाओ के मूल्य प्रमाण पत्रों की जांच हेतु बिहार बोर्ड पटना को भेजा गया, जांच के क्रम मेंं धरहरा प्रखंड की तीन सेविकाओंं आजीमगंज के दो सेविका एवं अमारी पंचायत की एक सेविका का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। जिसके आलोक मे सीडीपीओ गुंजन मोली ने आईसीडीएस की मुगेर की डीपीओ रेखा कुमारी को लिखित रूप से जानकारी दिया कि संबंधित सेविका का साटिफीकेट बोर्ड आफिस में मिलान नही हो पा रहा । डीपीओ ने तीनों सेविकाओंं को बुलाकर पुछताछ की है। सेविकाओंं ने सच्चाई बयान करते हुए बताया कि फर्जी सार्फिकेट का कारोबार करने बाले बंगलबा के ही फर्जी सार्फिकेट के कारोबारी के सहारे नौकरी की लालच मे गलत कदम उठाई। सनद रहे कि नक्सल प्रभावित धरहरा प्रखंड के भोले भाले एससी/ एसटी को नौकरी का लालच देकर कई लोग जाली सार्फिकेट का कारोबार कर गरीबों से पैसा की उगाही कर रहे है। जिससे एससी /एसटी के लोग असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कुछ भी बोलने से डरे सहमे हुए है । विदित हो कि धरहरा प्रखंड में कई ऐसी सेविका है जो आज भी गलत ढंग से अर्जित सार्फिकेट पर कार्य कर रही है। अगर फिर से सभी सेविकाओ के साटिफीकेट की जांच की जाय तो कई सेविकाओ के अनुबंध समाप्त हो सकती है।
डीपीओ रेखा कुमारी ने बताया कि प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने की पुष्टि होने पर तीनों सेविकाओं की नियुक्ति रद्द कर दी गई है । उन केंद्रों पर पुनः सेविका की बहाली के लिए प्रक्रिया अपनाई जाएगी।