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जल जीवन हरियाली अभियान में जन जागरूकता हेतु  शंकरपुर स्थित प्राथमिक सह मध्य विद्यालय पहुॅचे डीएम,

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जल जीवन हरियाली अभियान में जन जागरूकता हेतु  शंकरपुर स्थित प्राथमिक सह मध्य विद्यालय पहुॅचे डीएम,

6x6x6  फीट का डीएम ने किया सोख्ता बनाने की अपील,

मुंगेर।

जल जीवन हरियाली अभियान में जन जागरूकता हेतु  जिला पदाधिकारी  नवीन कुमार शंकरपुर स्थित प्राथमिक सह मध्य विद्यालय में पहुॅचे।स्कूली बच्चों द्वारा जल की महता को दर्शाते हुए नारों के साथ रैलियाॅ निकली गयी। सदर प्रखंड अन्तर्गत शंकरपुर, मय तथा श्रीमतपुर पंचायत में भूमिगत जल स्तर औसतन 65-75 फीट है।  सोख्ता निर्माण के लिए अभियान छेड़ने की बात करते हुए जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने कहा कि इन क्षेत्रों में जल स्तर काफी नीचे चला गया है। औसतन 70 फीट से भी नीचे है। आने वाले समय में भी जल का सही प्रयोग और संरक्षण नहीं करेंगे तो भारी जल संकट आ सकता है। उन्होंने डोर टू डोर लोगों से अपील किया कि  6x6x6  फीट का अनिवार्य रूप से सोख्ता बनाये। सोख्ता बनाने के तरीके को भी उन्होंने बताया। उन्होंने इसके फायदे बताते हुए कहा कि इसे आने वाले समय में जल स्तर काफी बढ़ेगा अन्यथा भविष्य में पानी की किल्लत होगी। उन्होंने छत पर वर्षा जल को संचयन करने के तरीके और लाभ को भी बताया। उन्होंने धरेलू उपयोग आने वाले पानी को रिसाईकिलिंग कर पुनः अपने निर्मित सोख्ता में प्रवेश कराने को कहा। उन्होंने हमारा जल हमारे पास का भी संदेश दिया और कहा कि हमारे छत का पानी हमारा है और इसे हम अपने घर में निर्मित सोख्ता में प्रवेश करायेगे। सभी स्कूली बच्चों को बिस्कुट, चॉकलेट देने के साथ ही उनसे कहा कि अपने घर में माता पिता को सोख्ता निर्माण को लेकर कहे। जिला पदाधिकारी ने मध्य विद्यालय नवादा, शंकरपुर, मौहली आदि स्थानों पर स्वयं श्रमदान कर सोख्ता निर्माण की शुरुआत की। इस अवसर पर अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, वरीय उप समाहर्ता, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी  थे।

सेविका सहायिका के विरुद्ध कार्रवाई करने का दिया निर्देश :-

ऑगनबाड़ी केन्द्र संख्या 17 वार्ड 14 के निरीक्षण में जिला पदाधिकारी ने कई अनियमितता पायी। सेविका सहायिका द्वारा बच्चों की उपस्थिति उनके द्वारा पंजी संधारण स्पष्ट और पारदर्शी नहीं पाये गये पूर्व में भी महिला पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ द्वारा केन्द्र के निरीक्षण में यह बात सामने आयी थी और स्पष्टीकरण की पृच्छा की गयी। जिला पदाधिकारी ने सेविका सहायिका के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने का निदेश सीडीपीओ को दिया।

प्रधानाध्यापकों, जनप्रतिनिधि, जीविका, आईसीडीएस के संग बैठक :-

पंचायत के सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापकों, जनप्रतिनिधि, जीविका, आईसीडीएस के साथ बैठक पंचायत सरकार भवन में की गयी। पूर्व में ही निदेश दिया गया है कि इन चारों विभागों एवं अभिभावकों के साथ बैठक कर बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित कराये। निदेश दिया गया कि अपने पोषक क्षेत्र में बैठक कर सभी बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति सुनिश्चित करा ले। चेतना सत्र में भी बच्चों के बची ज्ञानवर्धन समाचार एवं सुविचार बताये।

पोखर निर्माण हेतु सीओ को दिया सरकारी जमीन चिह्नित करने का निदेश :-

 मनरेगा के माध्यम से निजी किसानों के खेत में  100×100  फीट पोखर का निर्माण किया जाना है। अधिक से अधिक वार्ड के माध्यम से लोगों को माॅटिवेट कर इस लाभकारी योजना के साथ जोड़ने का काम करे। यह जनप्रतिनिधि की यह जिम्मेवारी है कि प्रत्येक घर में सोख्ता का भी निर्माण कराये। खेत पोखरी बन जाने से वार्षिक आय 1.25 लाख किसानों की हो जायेगी। इसमें वह मछली पालन कर सकेगे। अंचलाधिकारी को सरकारी जमीन चिह्नित करने का निदेश दिया गया जिसमें कि पोखर निर्माण किया जा सके।

अनुमंडल पदाधिकारी सदर को नियमानुसार कार्रवाई करने का दिया निदेश :-

सभी आशा को निदेश दिया गया कि पुनः तीन या तीन से अधिक बच्चों की मां की सूची बनाए। उसे प्रति सप्ताह एक परिवार नियोजन कराने का लक्ष्य दिया गया है। दलित महादलित टोला में भी भ्रमण किया गया। जहां लोगों से मिलकर आवास, राशन, नल जल से लाभ की जायजा लिया गया। जहाॅ आवास एवं राशन से छूटे हुए घरों को लाभान्वित करने का निदेश दिया। जन वितरण प्रणाली दुकान के निरीक्षण में काफी अनियमितता पायी गयी। ग्रामीणों के ब्यान और भौतिक निरीक्षण में कई त्रुटियाॅ सामने आयी। उचित मूल्य से अधिक मूल्य लिया जाना, पर्चा नहीं दिये जाने, कम अनाज दिये जाने स्टाॅक पंजी तथा पौष मशीन के आकड़े में अन्तर पाया जाना आदि कमियाॅ पायी गयी। पूर्व में भी वरीय पदाधिकारी द्वारा इसे बंद पाया गया था तथा शिकायत सामने आयी थी। अनुमंडल पदाधिकारी सदर को नियमानुसार कार्रवाई करने का निदेश दिया गया। 

बरसात से पूर्व दो पोखर निर्माण कर लेने का दिया निर्देश :-

इससे पूर्व कृषि विज्ञान केन्द्र अमृत सरोवर बड़े पोखर के निर्माण का शुभारंभ भी किया गया। जहाँ उन्होंने समेकित कृषि करने का निदेश संबंधित पदाधिकारी को दिया। मत्स्य पालन एवं बत्तख पालन की फार्मिंग सौर ऊर्जा के माध्यम से करने को कहा। जिससे एक समय में सभी कार्य हो सके। उन्होंने कहा कि बरसात के पूर्व दो पोखरे का निर्माण कर लिया जायेगा। कृषि विज्ञान केन्द्र के निरीक्षण किया गया। उन्होंने मिट्टी जांच प्रयोगशाला की निरीक्षण किया तथा उपर्युक्त मशीन अधियाचना करने का भी निदेश दिया। जिससे की मिट्टी की सभी प्रकार की जांच हो सके। 

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