अपराध घटना-दुर्घटना मुंगेर

दुर्गा प्रतिमा विसर्जन गोली कांड व अनुराग हत्या कांड : घटना के नौ माह बाद भी आरोपी की नहींं हुई गिरफ्तार, सीआइडी टीम के जिम्मे आ गई कई मामलों, 

635 Views

 दुर्गा प्रतिमा विसर्जन गोली कांड व अनुराग हत्या कांड : घटना के नौ माह बाद भी आरोपी की नहींं हुई गिरफ्तार, सीआइडी टीम के जिम्मे आ गई कई मामलों, मुंगेर।घटना के नौ माह बीत जानें के बाद मुंगेर दुर्गा विसर्जन गोली कांड में एक भी नामजद अभियुक्त की गिरफ्तारी मुंगेर पुलिस या सीआइडी की विशेष टीम नहीं कर पाई।  दूसरी ओर श्रद्धालु अनुराग हत्या के चश्मदीद गवाहों एवं दोस्तों को सीआइडी टीम ने परेशानियां बढ़ा दी है । कई बार गवाही लेने के बाद  सीआइडी टीम उसे अब गवाही देने के लिए पटना बुला रही है। जिससे गवाह मानसिक तनाव में है ।मामला को लीपा-पोती में असफल रही पुलिस :-तत्कालीन मुंगेर एसपी लिपि सिंह मुंगेर गोली कांड को अपराधीक कृत्य बताकर  अपने साथ पुलिस महकमे को बचाने के भरपूर प्रयास की थी । सीआइएसएफ के आंतरिक रिपोर्ट ने  मुंगेर पुलिस को बेनकाब कर दिया था । फिर चुनाव आयोग ने तत्कालीन डीएम एवं एसपी को जिला  से हटा कर मुंगेर पुलिस अधीक्षक का कमान मानवजीत सिहं ढिल्लों को दिया था । जांच में लापरवाही  एवं साक्ष्य को प्रभावित करने को लेकर हाईकोर्ट के आदेश पर उन्होंने भी जिला से हटाया जा चुका है ।सीआइडी टीम के जिम्मे कौन कौन से है मामले :-हाईकोर्ट के निर्देश के बाद अनुराग हत्या प्रकरण से जुड़े दो मामलों की जांच सीआइडी टीम कर रहीं हैं । एक मामले में सूचक मृतक अनुराग के पिता अमरनाथ पोद्दार है तो दूसरे मामले के सूचक तत्कालीन मुफस्सिल थानाध्यक्ष ब्रजेश सिंह है । तीसरे मामले  गोली कांड में जख्मी एवं गवाह को कथित उत्पाद मामलें मे  जमालपुर पुलिस के द्वारा जेल भेजने से जुड़ा है । हाल के दिनों में अनुराग हत्या मामले में एक नया मोड़ आ गया ।  जब सीआइडी टीम ने अन्य चार मामले को भी अपने जिम्मे में ले ली है । गौरतलब हो कि अनुराग हत्या में हाईकोर्ट के निर्देश के बाद कांड के अप्राथमिक अभियुक्त तत्कालीन बासुदेवपुर ओपी अध्यक्ष सुशील कुमार को सीआइडी के विशेष टीम ने अब तक गिरफ्तार नहीं की है ।क्यों है गवाह परेशान :-सीआइडी टीम के कारण मानसिक दबाव में है गवाह बीते वर्ष अनुराग अपनें तीन दोस्तों के साथ दुर्गा विसर्जन मेला देख रहा था । इसी दौरान दीनदयाल चौक के पास पुलिस फायरिंग में कई श्रद्धालु गंभीर रूप से जख्मी हुआ तो  अनुराग की मौत घटनास्थल पर हो गई थी । इस मामले में सीआइडी टीम ने सर्वप्रथम मृतक अनुराग के तीनों दोस्तों से कोतवाली थाना में वयान लिया , फिर अलग-अलग वयान लिया बाद में तीनों का एक साथ वयान लिया । कुछ दिनों के बाद विडियोग्राफी के द्वारा वयान दर्ज किया गया । फिर फोरेंसिक टीम के समय वयान दर्ज हुई । पटना में वरीय पदाधिकारी के समक्ष वयान देने के लिए अब तीनों गवाह  को 2 अगस्त 2021 को सीआइडी के विशेष  जांच टीम ने पटना बुलाई  है ।  गवाही देने के पत्र में अंकित नहीं है पदाधिकारी का नाम :-सीआइडी के विशेष जांच टीम के सदस्य मुंगेर के पुअनि (सीआइडी ) मो.अनजारूल हक   ने 30 जुलाई 2021 को अनुराग के तीनों दोस्त रोहित  कुमार , अभिषेक कुमार एवं विशाल कुमार को मौखिक जानकारी दी की 2 अगस्त को पटना में गवाही देना है । गवाहों के विरोध करनें पर  उन्होंने 31 जुलाई 2021 को तीनों गवाहों को एक -एक फोटो कॉपी दी । जिस में बताया गया है कि केस के आईओ व सीआइडी के डीएसपी  प्रमोद कुमार राय के निर्देश पर 2 अगस्त को वरीय पदाधिकारी  , पटेल भवन पटना के समक्ष दिन को साढ़े दस बजे वयान देना है । जिसके लिए  वाहन (तवेरा ) कोतवाली थाना से सुबह पांच बजे खुलेंगी । निर्देशित पत्र में वरीय पदाधिकारी का नाम एवं पदनाम अंकित नही है। इसके आलावा अन्य दो लोग बिटू कुमार एवं सुमन कुमार को भी गवाही देने के लिए पटना बुलाया गया है ।कहते हैं अघिवक्ता :-मुंगेर दुर्गा विसर्जन गोली कांड एवं अनुराग हत्या मामले को देख रहें अघिवक्ता सह मानवाधिकार एक्टिविस्ट ओम प्रकाश पोद्दार ने बताया कि सीआइडी टीम के द्वारा पटना जाने के लिए मौखिक निर्देश देना अव्यवहारिक था एवं निर्देशित पत्र में वरीय पदाधिकारी का नाम एवं पदनाम ना होना लापरवाही को दर्शाता है । इस हाईप्रोफाइल मामलों में बार – बार चश्मदीद गवाहों के वयान लेने की प्रवृत्ति विधि संगत नहीं कहीं जा सकती ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *