विशेष जांच शिविर का आयोजन,
संग्रामपुर ।प्रखंड मुख्यालय स्थित रामधनी भगत महाविद्यालय में जन्मजात कटे होंठ एवं तालु से संबंधित समस्या वाले शिशुओं के साथ-साथ सभी उम्र के लोगों के लिए विशेष जांच शिविर का आयोजन किया गया। आपरेशन स्माइल के सौजन्य से मुक्ति निकेतन, भागलपुर, कटोरिया, बांका (बिहार) द्वारा आयोजित इस जांच शिविर का उद्घाटन सुनील चतुर्वेदी, रामधनी भगत महाविद्यालय के प्राचार्य दिवाकर कुमार भगत, मुक्ति निकेतन के सचिव डॉ रंजीत कुमार सिंह, डॉ चिरंजीवी कुमार संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि ऑपरेशन स्माइल के सौजन्य से मुक्ति निकेतन द्वारा किया गया यह प्रयास काफी सराहनीय है।इससे ग्रामीण क्षेत्रों के खासकर गरीब तबके के परिवारों को काफी लाभ मिलेगा। संस्था के सचिव डा. रंजीत कुमार ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से मुक्ति निकेतन के रोहित कुमार एवं सौरभ अश्क पूरे प्रखंड क्षेत्र में लोगों के बीच जाकर उन्हें प्रेरित कर अभियान की सफलता के लिए कार्य कर रहे हैं। उनके संयुक्त प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही जांच शिविर में सैकड़ों की संख्या में लोग जांच के लिए पहुंचे हैं। शिविर में डा. मिनाक्षी एवं डा. रोहित द्वारा कटे ओठ एवं तालु की समस्या वाले बच्चे एवं बड़े सभी की जांच कर उनकी सूची तैयार की जाएगी। चयनित लोगों को 16 अगस्त 2021 के दिन मुक्ति निकेतन संस्था द्वारा निशुल्क दुर्गापुर ले जाया जाएगा। जहां उनके रहने, खाने -पीने, ऑपरेशन, भोजन एवं सभी आवश्यक दवाइयां संस्था द्वाराा निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी लोगों का ऑपरेशन एक दिन में संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में ऑपरेशन पूरा होने के बाद वहां से मुक्त होने वाले को दुर्गापुर से अपने घर तक आने के लिए जो उचित रेल या बस भाड़ा होगा उसे उन्हेंं नगद प्रदान किया जाएगा। आज के आयोजित शिविर में कुल 22 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया जिसमें सभी लोगों का चिकित्सीय जांच के बाद कुल 16 लोगों का चयन ऑपरेशन के लिए किया गया। शेष बचे अच्छे लोगों का ऑपरेशन फिजिकल तौर पर परिपूर्ण नहीं होने के कारण उन्हें निशुल्क दवाई एवं पौष्टिक आहार आदि देकर दवाई का कोर्स पूरा करने के बाद ऑपरेशन के लिए बुलाया गया। मुक्ति निकेतन द्वारा किए गए इस कार्यक्रम का रामधनी भगत महाविद्यालय के प्रोफेसर संजीव कुमार भगत, चिरंजीव कुमार सिंह, घनश्याम शाह ,विनोद कुमार भगत, बी सी झा आदि ने भी सराहना की।