विकास से दूर बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा हैं रायकड टांडी गांव,
पगडंडी नुमा रास्तों से गुजरना लोगों की है मज़बूरी,
संग्रामपुर।
कुसमार पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 01 के प्रखंड मुख्यालय से होकर गुजरने वाली नरहर नदी के तट पर स्थित लगभग 250 की आबादी वाली रायकड टांडी गांव विकास की राह देख रहा हैं। बताते चलें कि प्रखंड मुख्यालय से महज कुछ ही दूर स्थित रायकड टांडी गांव के लोग अब भी बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा हैं। त्रिस्तरीय पंचायती राज में सर्वागीण विकास का सपना पूरा नहीं हो पाया है। हाल के कुछ वषरें में विकास कार्य जरुर हुए हैं, पर समस्या के अनुपात में यह अब भी कम है। कुसमार पंचायत का वार्ड संख्या एक आज भी मुख्य सड़क से नहीं जुड़ पाया है।विकास के चकाचौंध के बीच नदी के बीचो-बीच रखें बिजली का पोल ही है सहारा :-
पगडंडी नुमा रास्तों से गुजरना लोगों की मज़बूरी है। गांव तक पहुँचने के लिए आज भी यहाँ के लोग नदी के बीचों बीच रखें बिजली आपूर्ति पोल के सहारे गांव में प्रवेश करते हैं। रायकड टांडी की स्थिति ऐसी हैं कि अगर रात के समय किसी भी व्यक्ति के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटित होती हैं। तो गांव से निकलकर चिकित्सक तक जाना एवरेस्ट की चोटी पर चढ़ने जैसा काम के बराबर हैं। विदित हो कि तीन दशक पूर्व रायकड टांडी तक पहुँचने के लिए नुकीले पत्थर युक्त आधी अधूरी सड़क का निर्माण किया गया था। उस सड़क पर भी विकासीय ग्रहण लगने के कारण आज तक अधूरा ही पड़ा हैं। चारों ओर विकास के चकाचौंध के बीच विकास से वंचित रायकड टांडी के लोगों का गांव में प्रवेश करने का एकमात्र विकल्प नदी के बीचो-बीच रखें बिजली का पोल ही सहारा है। कहते हैं ग्रामीण :- रविन्द्र यादव, भुनेश्वर यादव, प्रकाश यादव, उदय यादव आदि ने बताया कि कई वर्ष बीत गए प गांव में ना सड़क बन पाया और ना ही गांव में प्रवेश करने के लिए नदी में पुल। आज भी हल्की बारिश में पूरा गांव कीचड़ से सन जाता है। ऐसे स्थिति हो जाती है कि चलना फिरना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि नदी में पुल और गांव तक अच्छी सड़क नहीं रहने के कारण खासकर मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। नदी में पुल और सड़क के अभाव में गर्भवती महिला की जान हमेशा जोखिम में होती है। मीणा देवी, आशा देवी आदि ने कहा कि इस गांव की जनता से हर वर्ष विधानसभा और लोकसभा से लेकर पंचायती चुनाव में वादा कर प्रत्याशी वोट ले लेतें है। लेकिन आज तक किसी नेता ने जनता से किया वादा नहीं निभाया है। विद्यालय भी तबेले में है तब्दील :-
रायकड टांडी में स्थित प्राथमिक विद्यालय भी सिस्टम के सितम को झेल रहा हैं। विद्यालय भवन तो हैं पर मेंटेनेंस की वजह से विद्यालय तबेले में तब्दील होता जा रहा है। जिसे देखने वाला कोई नहीं हैं और न ही सुनने वाला। ग्रामीणों ने बताया कि अगर प्रखंड के झिकुली पंचायत अंतर्गत मध्य विद्यालय श्रीपुर एवं रानी प्रभावती उच्च विद्यालय संग्रामपुर के पीछे से होते हुए जो सड़क आई है। अगर उस सड़क को आगे बढ़ाते हुए रायकड टांडी गांव तक लाया जाय तो जहाँ मुख्यालय और गांव के बीच के फासले कम होगें, इस गांव का भी कायाकल्प हो जाएगा। कहते हैं जन प्रतिनिधि :-कुसमार पंचायत के मुखिया पति प्रमोद भगत ने बताया कि पुल का निर्माण होना अतिआवश्यक हैं। इस संदर्भ में सांसद एवं विधायक को अवगत कराया जा चुका हैं। उन्होनें कहा कि पुल के निर्माण में अधिक राशि लगेगी और इतनी राशि पंचायत के मद में नहीं आती हैं। जल्द पुल का निर्माण होगा इसके लिए मेरे तरफ से प्रयास जारी हैं।
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