भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशक शरदचंद्र ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को वीसी के माध्यम से दिया प्रशिक्षण, मुंगेर के जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी वीसी में हुए शामिल,आगामी विधानसभा चुनाव 2020 में एमसीएमसी कोषांग का किया गया गठन,
सोशल मीडिया (फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्यूटर, यूट्यूब आदि) पर अवैध रूप से राजनीतिक विज्ञापनों पर रहेगी कड़ी निगरानी,
इलेक्ट्रॉनिक माध्यम एवं सोशल मीडिया पर राजनीतिक विज्ञापन प्रकाशन से पूर्व लेनी होगी पूर्व अनुमति,
मुंगेर।
नई दिल्ली भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशक शरदचंद्र ने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एमसीएमसी एवं पेड न्यूज के संबंध में प्रशिक्षण दिया । जिले में एससी एससी कमिटी एवं पेड न्यूज़ कोषांग का गठन कर दिया गया है। टीवी चैनल, केबल नेटवर्क, रेडियो, सार्वजनिक, सार्वजनिक स्थलों पर राजनीतिक विज्ञापनों का ऑडियो वीडियो के माध्यम से प्रदर्शन, समूह एसएमएस का प्रसारण एवं सोशल मीडिया पर किसी प्रकार का राजनीतिक विज्ञापन चलाने से पूर्व एमसीएमसी कमिटी द्वारा पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य है। जिला स्तरीय एमसीएमसी कमिटी में जिला निर्वाचन पदाधिकारी, ईआरओ, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी मुख्य रूप से सदस्य हैं। यदि मतदान के दिन या 1 दिन पहले राजनीतिक विज्ञापनों का प्रकाशन प्रिंट माध्यम से कराना चाहते हैं। तो राजनीतिक विज्ञापन प्रकाशन से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा। सोशल मीडिया (फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर, यूट्यूब आदि) पर भी निर्वाचन आयोग की पैनी दृष्टि रहेगी। सोशल मीडिया पर राजनीतिक विज्ञापन यदि पूर्व अनुमति के प्रसारित किए जाते हैं तो निर्वाचन आयोग के परिनियमों के नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।