कोरोना संक्रमण का ख़तरा ध्यान में रख कर बैलेट पेपर से चुनाव कराए आयोग : डॉ यादवेन्दु ,
मुंगेर। डीएसएस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. यादवेन्दु रणधीर ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग घोषणा कि चुनाव की तैयारी हो चुकी है, पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आयोग मौजूदा सरकार के हाथो की कटपुतली हो चुकी है। इतनी बड़ी त्रासदी कोरोना महामारी जिससे पुरी दुनिया त्रस्त है, इसका असर न तो इस निरंकुश सरकार पर है और न ही चुनाव आयोग पर है। फिर भी चुनाव कराना ही है तो चुनाव ईवीएम मशीन की जगह पर बैलेट पेपर का इस्तेमाल कर कराएं। उन्होंने कहा कि ईवीएम मेंं वोट करने के लिये सभी वोटर को स्वीच वटन को छुना पड़ेगा जिससे कोरोना संक्रमण बढ़ने का ख़तरा बना रहेगा और बैलेट पेपर मेंं संक्रमण का ख़तरा कम रहेगा।
उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने कहा कि प्रत्येक बूथ पर 1000 वोटर वोट डालेंगे ये तो पहले से है। इस जगह पर 500 वोटर का बूथ होना चाहिये। केन्द्र सरकार के मानव संसाधन मंत्री जी ने 9th से 12th तक के सिलेवस मे 30% की कटौति की है। महामारी के वजह से समय पे पढ़ाई नहीं होने के कारण सिलेवस में कटौति किया गया पर यह क्या पॉलिसी है कि धर्मनिरपेक्षता के हिस्से को ही बाहर कर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को हमारे देश के मुल बातों की जानकारी से ही दूर किया जा रहा। केन्द्र सरकार देश मे कॉमिनल विवाद पैदा करना चाहती है, संविधान को बदलना चाहती है, जो हम होने नहीं देंगे और सिलेवस से धर्मनिरपेक्षता को हटने नहीं देंगे नहीं तो आन्दोलन होगा।
कोरोना महामारी की स्थिति भयावह हो गई है। आज फिर से लॉकडाउन लगाना पड़ा क्यों ? जब अनलॉक 1 और अनलॉक 2 किया गया तब क्या स्थिति नियंत्रण मेंं थी और नहीं थी तो अनलॉक क्यों हुआ इसका जबाव सरकार को देना पड़ेगा। आज भारत दुनिया के तीसरे स्थान पर आ चुका है, फिर भी सरकार को चुनाव की पड़ी है। ये निरंकुशता का बहुत बड़ा मिशाल है। इसलिये देश बिहार प्रदेश और मुंगेर की जनता से आग्रह है कि अपनी सुरक्षा ख़ुद करे कम से कम मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें।
