अपराध गया

थानाध्यक्ष अजय के नेतृत्व में छापेमारी में 314 लीटर अंगेजी, 62 लीटर बीयर, 810 किलो महुआ जब्त, एक गिरफ्तार314 लीटर अंगेजी, 62 लीटर बीयर, 810 किलो महुआ जब्त, एक गिरफ्तार – विवेक कुमार की रिपोर्ट

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थानाध्यक्ष अजय के नेतृत्व में छापेमारी  में 314 लीटर अंगेजी, 62 लीटर बीयर, 810 किलो महुआ जब्त, एक गिरफ्तार314 लीटर अंगेजी, 62 लीटर बीयर, 810 किलो महुआ जब्त, एक गिरफ्तार

गया।

खिजरसराय के एक फ्लॉवर मिल से पुलिस ने 314 लीटर 625 ग्राम अंग्रेजी शराब, 62 लीटर पांच सौ ग्राम बीयर व 810 किलो महुआ जब्त की है। पुलिस की यह कार्रवाई रात्रि में शुरू हुई। जो दूसरे दिन की तड़के सुबह तक जारी रही। खिजरसराय बाईपास पर स्थित शिव भोग फ्लॉवर मिल पर पुलिस को भारी मात्रा में शराब के रखे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद देर रात 12 बजे पुलिस ने उक्त मिल को अपने नियंत्रण में लेकर तलाशी अभियान शुरू की। थानाध्यक्ष अजय कुमार के नेतृत्व में शुरू किए गए इस अभियान में जल्द ही पुलिस को सफलता हाथ लगी। आटे की बोरियों के बीच कार्टून में रखे गए अंग्रेजी शराब के मिलने से शुरू हुई यह सिलसिला महुआ की 18 बोरियों के बरामद होने तक जारी रही। थाना से महज एक किलोमीटर की दूरी पर चल रहे इतने बड़े नेटवर्क व बरामद शराब के मिलने से पुलिसकर्मी भी दंग थे। पुलिस ने वहां पर मौजूद रामप्रीत चौधरी को तुरन्त प्रभाव से गिरफ्तार कर लिया। वहीं फ्लॉवर मिल मालिक शिवराज चौधरी व उनके एक अन्य सहयोगी कृष्ण कुमार के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। मिल मालिक शिवराज चौधरी व एक अन्य आरोपी कृष्णा कुमार फरार है। पुलिस ने फ्लॉवर मिल को शील कर दिया है।

भागने में शिवराज चौधरी की पत्नी का पैर टूटा

छापेमारी अभियान के बाद पुलिस एक बार फिर तड़के सुबह फ्लॉवर मिल के पास पहुंची। गौरतलब है कि फ्लॉवर मिल के विपरीत दिशा में मिल मालिक का घर है। पुलिस को एक बार फिर से आते देख मिल मालिक की पत्नी ने छत से छलांग लगा दी। छत से नीचे गिरने की वजह से उनका पैर टूट गया। वहीं पुलिस टीम में महिला सिपाही नहीं होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका। पैर टूटने के बाद भी वह मौके से भागने से कामयाब हो गई।

पूर्व में भी शराब के अवैध धंधे के हैं आरोप

फ्लॉवर मिल मालिक शिवराज चौधरी के खिलाफ पूर्व में भी शराब निर्माण सामग्री के अवैध धंधे में शामिल होने के मामले खिजरसराय थाना में दर्ज है। स्थानीय लोगों को पहले से भी उसकी गतिविधियों पर संदेह होता था। उनके राजनीतिक रसूख भी रहे हैं। इस वजह से कोई भी उनके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं करता था। ताजा घटनक्रम में भी उसके किसी विश्वासपात्र ने ही पुलिस के वरीय पदाधिकारियों को सटीक रिपोर्ट दी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने सफलतापूर्वक उसके ठिकानों पर कार्रवाई की व भारी मात्रा में शराब बरामद की।

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