जिले के टेटियाबंबर प्रखंड के तीन विद्यालयों के तीन प्रधानाध्यापक व शिक्षकों से नक्सली के नाम पर लेवी मांगने के मामले का उद्भेदन,
मुख्य आरोपी रंजन बिंद भागलपुर जिले के सबौर थाना क्षेत्र के बाबु मठ टोला से गिरफ्तार,
एक अन्य सहयोगी रंधीर कुमार भागलपुर के बरारी थाना क्षेत्र से किया गया गिरफ्तार,
तीन मोबाइल जब्त,
रंजन बिंद पर हत्या,अपरहण, रंगदारी व लूट के 16 मामले है दर्ज,
10 बार जा चुका है जेल,
सन्मार्ग संवाददाता मुंगेर।
मुंगेर पुलिस ने नक्सली के नाम पर शिक्षकों से रंगदारी मांगने के मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार कर मामले का उद्भेदन किया है तथा अपराधियों के पास से तीन मोबाइल जप्त किए गए हैं। मुख्य आरोपी रंजन बिंद पर हत्या,अपरहण, रंगदारी व लूट के 16 मामले दर्ज है। वह अब तक 10 बार जेल जा चुका है।

कहते हैं पदाधिकारी :-
मुख्यालय डीएसपी आलोक रंजन ने बताया कि 4 अप्रैल को टेटियाबंबर प्रखंड के मध्य विद्यालय भालगुरी के प्रभारी प्रधानाध्यापक नारद यादव, प्राथमिक विद्यालय जगतपुरा बरहट्टा के मो. सउद आलम एवं प्राथमिक विद्यालय अराजी तिलकारी के प्रभारी प्रधानाध्यापक विष्णु कुमार साह को मोबाइल पर एक पत्र का पीडीएफ भेज कर माओवादी के नाम पर रंगदारी मांगी थी। इस मामले में शिक्षकों ने लिखित आवेदन पर टेटियाबंबर ओपी में दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी का गठन किया गया। तकनीकी विश्लेषण में रंगदारी मांगने वाले की पहचान हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के समदा गांव निवासी रंजन बिंद के रूप में हुई। पुलिस ने सूचना एकत्रित कर उसे भागलपुर जिले के सबौर थाना क्षेत्र के बाबु मठ टोला से गिरफ्तार किया। जहां वह किराये के मकान में छिप कर रह रहा था। उसने अपनी संलिप्ता स्वीकार किया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने भागलपुर जिले के ही बरारी से रंधीर कुमार को गिरफ्तार किया। जहां से लेवी मांगने के लिए प्रयोग किये गये मोबाइल को जब्त किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार कुख्यात अपराधकर्मी रंजन बिंद का पूर्व में अपराधिक इतिहास रहा है। वह कई बार जेल भी जा चुका है और इस साल के 2 फरवरी को वह जेल से बाहर आया था । रंजन बिंद कभी माओवादी संगठन से जुड़ा हुआ था। कुछ वर्ष बाद ही उसने नक्सली गिरोह से अलग होकर खुद का आपराधिक गिरोह तैयार कर लिया। जो शिक्षकों को नक्सलियों का खौफ दिखाकर लेवी वसूली का काम करता है। उस पर हत्या,अपरहण, रंगदारी व लूट का 16 मामले दर्ज है ।रंजन बिंद अब तक 10 बार जेल जा चुका है। उस पर यूपीए एक्ट भी लगा हुआ है।