706 वादों का निष्पादन, 2 करोड़ 47 लाख रूपये का समझौता,
विलम्ब से राष्ट्रीय अदालत शुरू होने पर खेद व्यक्त किये जिला जज,
मुंगेर।
नालसा एवं बालसा के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में वर्ष 2022 का अंतिम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन डीएलएसए बिल्डिंग एवं सिविल कोर्ट के संबंधित पीठासीन पदाधिकारी के न्यायालय में सम्पन्न हुआ ।
जिसमें 830 वादों की सुनवाई हुई और 706 वादों का निष्पादन किया गया एवं 2 करोड़ 47 लाख 64 हजार 868 रूपये का समझौता हुआ ।
उद्घाटन :-
अशोक कुमार पांडेय जिला जज सह अध्यक्ष डीएलएसए, राजीव नयन एडीजे सह सचिव डीएलएसए , एडीजे सुनील दत्त पाण्डेय, उदय प्रताप सिंह एवं विपिन बिहारी राय ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन किया ।मंच का संचालन सचिव राजीव नयन ने किया । उद्घाटन उपरांत एसपी जुगनाथ रेड्डी जला रेड्डी भी उपस्थित हुए ।
राष्ट्रीय लोक अदालत में ना किसी पक्ष की होती है जीत, ना हार : जिला जज,
राष्ट्रीय लोक अदालत की अध्यक्षता जिला जज के द्वारा की गई ।उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत कि विशेषता पर प्रकाश डाले । उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में ना किसी पक्ष की जीत होती है ना हार साथ ही साथ लोक अदालत के आदेश के विरूद्ध कहीं भी मुकदमा दर्ज नहीं होता है। विलम्ब से राष्ट्रीय लोक अदालत शुरू होने पर उन्होंने खेद भी व्यक्त किया और उपस्थित न्यायिक पदाधिकारीगण, अधिवक्ता , कर्मचारीगण एवं आमजनों को राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन हेतु उपस्थित के लिए धन्यवाद दिया। सचिव राजीव नयन ने कहा कि झंझट से झंझट को खत्म नही किया जा सकता है आपसी समझौते सुलभ मार्ग है।समाज के अंतिम व्यक्ति को न्याय मिलें यहीं नालसा का लक्ष्य है ।
कितने पीठों का किया गया गठन :-
अत्यधिक संख्या में वादों का निष्पादन के लिए इस बार 13 पीठों का गठन किया गया था । जिस में बैंकिंग, बीमा ,वन अधिनियम,क्लेम , शमनीय फौजदारी , दीवानीवाद , राजस्व वाद,दूरसंचार वाद , सर्विस मेटर ,पेंसन मेटल ,वैवाहिक वाद, व अन्य सुलहनीय वादों की सुनवाई एवं निष्पादन हुई ।
कौन कौन थे पीठासीन पदाधिकारी :-
एडीजे द्धितीय सुनील दत्त पाण्डेय
एडीजे सात विपिन बिहारी राय ,
एसीजेएम प्रथम खुशबू श्री वास्तव ,एसीजेएम चतुर्थ अखिलेश पांडेय,एसडीजेएम विमलेश कुमार , मैजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सोनम कुमारी , शिखा कुमारी, पल्लवी मौर्यों ,मोनिका मेहता, अनुपम कुमार उपाध्याय ,बज्र किशोर चौधरी , मुंसिफ मैजिस्ट्रेट प्रथम लाल बिहारी पासवान एवं मुंसिफ द्धितीय भोला सिंह पीठासीन पदाधिकारी थे।
कौन-कौन किया सहयोग :-
इस कार्यक्रम में व्यवहार न्यायालय के कर्मियों, पैनल अधिवक्ता, बैंक कर्मी तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित हुए । इस अवसर पर प्राधिकार के कर्मियों ने काफी सहयोग किया ।
केस स्टेडी
1- फिर से वसा परिवार :-
पीठ संख्या 2 के एडीजे विपिन बिहारी राय के पीठ में पति अभिषेक राय ने अपनी पत्नी स्वाती कुमारी से समझौता कर पुनः परिवार वसा लिया । पत्नी ने भरणपोषण एवं पति ने तलाक का मुकदमा पिछले पांच वर्ष से लड़ रहीं थी।
2- पुत्र -पिता का विवाद का निपटारा :-
9 वर्ष पूर्व टीकारामपुर का राम प्रवेश ने अपने 82 वर्ष के पिता फुदा सिंह एवं अपनें दो भाई पर मुकदमा किया था । एसडीजेएम विमलेश के पीठ संख्या 6 में मामला में समझौता हुआ ।
3-भतीजे एवं चाचा में समझौता :-
कल्याणपुर के युवक पवन कुमार ने चापाकाल लगाने के विवाद में अपने चाचा नागेन्द्र सिंह एवं अपनें दो चचेरे भाई पर वर्ष 2016 में मुकदमा किया था ।मैजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सोनम कुमारी पीठ संख्या 10 में आपसी सहमति से मामले का निष्पादन हो गया ।
4-17 वर्ष बाद बिजली विभाग के मुकदमा से मिली मुक्ति :-
16 वर्ष पूर्व जमालपुर के दीपक कुमार के विरूद्ध बिजली विभाग ने मुकदमा दर्ज किया । मैजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी शिखा कुमारी पीठ संख्या 12 में आज आपसी समझौता के बाद मुकदमा समाप्त हुआ ।