मत सोच कि तेरी मेहरबानियों का सिला देंगे, मतलब निकल जाने पर तेरा विश्वास वो हिला देंगे,
ब्रह्मलीन बी.पी. मोदी के ग्यारहवें पुण्यतिथि पर कवि-गोष्ठी का आयोजन,
मुंगेर।
बी.पी. मोदी फाउंडेशन के तत्वावधान में ब्रह्मलीन बलदेव प्रसाद मोदी की ग्यारहवीं पुण्यतिथि उनके दो नंबर गुमटी स्थित आवास में अध्यक्ष नरेश कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में मनाई गई।

आयोजित कवि-गोष्ठी को संबोधित करते हुए उनके पुत्र संजय केशरी ने फ़रमाया “मत सोच कि तेरी मेहरबानियों का सिला देंगे, मतलब निकल जाने पर तेरा विश्वास वो हिला देंगे” तो प्रख्यात कवि सह साहित्यकार मधुसूदन आत्मीय ने कहा “नफ़रत मिटा कोरोना उर में प्रीत भर गए, अपनों से हम दूर थे करीब हो गए”। संचालन करते हुए महासचिव सुबोध छवि ने भ्रष्टाचार पर चोट करते कहा “देती जब सरकार महीना जनता से क्यूं लेते घूस”।
मौके पर ब्रह्मलीन बलदेव प्रसाद मोदी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए अध्यक्ष नरेश कुमार गुप्ता ने कहा कि उनका सूत्रवाक्य था “मुसीबत में जो देता है उसी को दान कहते हैं, पराए दुख को जो समझे उसे इंसान कहते हैं”। श्री गुप्ता ने आगे कहा कि समर्थ लोगों को दान देने का फैशन चल पड़ा है लेकिन दान उसी को देना चाहिए जो मुसीबत में है। इनके अलावा संरक्षक गिरिजा शंकर नलिन, आजाद शर्मा और संयुक्ता कुमारी आदि ने भी अपनी रचनाओं से समां बांधा।
इस अवसर पर प्रसिद्ध व्यवसाई दीपक जालान, सुनील कुमार सिंह, सोनी सिन्हा, जूली शर्मा, अजय कुमार सिंह, कौशल यादव, शंकर यादव, बबलु गुप्ता, मो० इंसान, उत्तम पासवान, अजय सिन्हा, सत्यनारायण साह एवं केशव केशरी थे।