डीएम ने की स्वास्थ्य के सभी इंडिकेटर पर प्रगति की समीक्षा,
दिये बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की दिशा निदेश,
कार्य क्षेत्र में पदाधिकारियों एवं कर्मियों की आवासन नहीं रहने पर होगी सख्त कार्रवाई,
आशा के लंबित भुगतान बैकलाॅग को 10 दिनों में निष्पादित करने का दिया गया निदेश,
एएनसी जांच में हाई रिस्क गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य जांच पर रखें विशेष ध्यान,
मुंगेर।
समाहरणालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की बैठक की गयी। जिसमें स्वास्थ्य के सभी इंडिकेटर पर प्रगति की समीक्षा हुई। जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की दिशा में निदेश दिया गया कि महादलित टोलों में प्रत्येक माह नियमित रूप से स्वास्थ्य कैंप लगाये जहां सभी प्रकार के स्वास्थ्य परीक्षण की जांच की जाय। प्रत्येक माह के 9 तारीख को सुरक्षित मातृत्व स्वास्थ्य परीक्षण (एएनसी) में लापरवाही एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
सभी प्रभारी स्वास्थ्य केन्द्र अपने अधीनस्थ स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी प्रकार के कार्यों का अनुश्रवण करेगे। हाई रिस्क अवस्था में स्थित गर्भवती महिलाओं की फॉलोअप स्वास्थ्य जांच करते रहे। जिसे कि एमबीआर (मैर्टनल डेथ रेसियो) एवं सीडीआर (चाईल्ड डेथ रेसियो) में आ सके। चिकित्सकों की अनुपस्थिति पर कड़ी आपत्ति व्यक्ति करते हुए उन्होंने कहा कि ससमय अपने कार्य क्षेत्र में डाॅक्टर उपस्थित रहे तथा अपने कार्य क्षेत्र में आवासन रहे। इस बावत सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि इसकी माॅनिटेरिंग एवं सत्यापन करे। अनुपस्थित या अल्पावधि के लिए उपस्थिति पर तदनुसार वेतन कटौती की जायेगी। संस्थागत प्रसव, सी सेक्शन, परिवार नियोजन, टीकाकरण में और अधिक सुधार करने का निदेश दिया गया। इसके लिए लगातार सूक्ष्म स्तर पर मॉनिटरिंग करने का निदेश दिया गया। परिवार नियोजन पखवाड़ जो 22 जुलाई तक चला तथा लगातार डोर टू डोर सर्वे कर लक्ष्य निर्धारित करते हुए उन्हें ऑपरेशन के लिए माॅटिवेट करने के लिए कहा गया। स्वास्थ्य के सभी बिन्दु पर धरहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का न्यूनतम परर्फोमेंश रहने के कारण चिकित्सक एवं स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण की पृच्छा की। बैठक में सिविल सर्जन डाॅ. पी0एम0 सहाय, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी थे।