किसी कार्य को संगठित होकर चलाना ही कहलाता है आंदोलन : अरुण,
डॉ ब्रह्मदेव केसरी बने प्रखंड समन्वयक,
संग्रामपुर।शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रखंड समन्वयक समिति का पुनर्गठन ब्रह्मदेव केसरी के आवास पर किया गया.। अध्यक्षता शांतिकुंज प्रतिनिधि सह उप जोन समन्वयक देवकीनंदन ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अनास्था का दौर चल रहा है। इसकी उपज दुर्बुद्धि से होती है। सद्बुद्धि की देवी माता गायत्री के महामंत्र का नियमित जप करने से सारी समस्याओं का हल हो जाता है। जिला प्रतिनिधि डॉ अरुण कुमार पंडित ने कहा कि किसी कार्य को संगठित होकर चलाना ही आंदोलन कहलाता है।

उन्होंने कहा कि परम पूज्य गुरुदेव पंडित श्री राम आचार्य शर्मा द्वारा सप्त आंदोलन क्रांति समाज सुधार हेतु बनाया गया उन्होंने कहा कि बड़े कार्य हेतु श्रेष्ठ आत्माओं की जरूरत होती है। जिला युवा प्रतिनिधि संजीव कुमार ने कहा कि गायत्री परिवार के संस्थापक द्वारा युग निर्माण योजना के तीन उद्देश्य दिए गए। जिसमें व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण और समाज निर्माण शामिल है.जिसे पूरा करने हेतु नियमित साधना, उपासना, आराधना, अंशदान और समय दान का संकल्प आवश्यक है। बैठक में सर्वसम्मति से प्रखंड प्रतिनिधि डॉ ब्रह्मदेव केसरी, उप प्रखंड प्रतिनिधि परशुराम सिंह, प्रखंड महिला प्रतिनिधि श्वेता भगत ,उप महिला प्रखंड प्रतिनिधि सीता भगत, प्रखंड युवा प्रतिनिधि अरविंद कुमार, उप युवा प्रतिनिधि चंदन कुमार भगत, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा संयोजक चंद्रशेखर प्रसाद यादव , उप संयोजक सुंदर पासवान, आओ गढे संस्कारवान पीढ़ी संयोजक चंदा केसरी, उप संयोजक नगीना रानी, आपदा प्रबंधक संयोजक इंद्रदेव प्रसाद भगत ,सप्त आंदोलन संयोजक इंद्रदेव यादव, सह संयोजक डॉ मोहन केसरी को चुना गया. मौके पर नीतू कुमारी , सत्य प्रकाश ,दामोदर ,राधा देवी ,मीना देवी, जयंती देवी ,मीरा देवी सहित गायत्री परिवार के साधक थे।