ठहरो मैं भी आती हूं…. गंगाजल पिलाने के बाद पति के साथ पत्नी ने भी त्यागे प्राण,
मुंगेर।
विवाह के बंधन में बंधने के समय सभी लोग साथ फेरे के साथ सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा करते हैं, पर ऐसा संयोग से ही होता है कि जिन्हें पत्नी का जीवन भर साथ मिलता है। ऐसा ही एक वाक्या जिले के बरियारपुर प्रखंड के रतनपुर पंचायत के काजीचक गांव में घटित हुई। काजीचक निवासी 75 वर्षीय डॉ. बटेश्वर पासवान का निधन हो गया। सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद के वचन को जहां पति ने निभाया। दूसरी ओर पत्नी कृष्णा देवी ने उन्हें गंगाजल पिलाकर ना केवल विदा किया बल्कि कुछ ही क्षणों बाद अपने प्राण त्याग कर साथ जीने मरने का कसम को निभाया। एक साथ पति-पत्नी की मौत की घटना स्थानीय ग्रामीणों में चर्चा का विषय बन गया। रोते बिलखते परिजन भी अचंभित रह गए और चर्चा में शामिल हो गए। खुशी खुशी पति पत्नी को विदा किया। दोनों दम्पति साथ साथ पंचतत्व में विलीन हो गए और अपने वादों को निभाया।