गायत्री परिवार प्रखंड समन्वय समिति का पुनर्गठन,
संजीव कुमार बने प्रखंड प्रतिनिधि,
हवेली खड़गपुर।शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में गायत्री परिवार प्रखंड समन्वय समिति का पुनर्गठन रविवार को नगर के गायत्री शक्तिपीठ में संपन्न हुआ। अध्यक्षता पूर्व प्रखंड प्रतिनिधि विपिन कुमार साहा ने की। शांतिकुंज के प्रतिनिधि सह उपजोन समन्वयक देवकीनंदन, जिला प्रतिनिधि डॉ अरुण कुमार पंडित, जिला युवा उप प्रतिनिधि पंकज कुमार को चंदन तिलक लगाकर अभिवादन किया गया। उप जोन समन्वयक देवकीनंदन ने कहा कि यह ईश्वरी योजना है जिस के संरक्षण ऋषि सप्ता करते हैं।

समर्पण से हर चीज संभव है। जागृत आत्माओं को आगे लाएं। उन्होंने संगठन के रीति निती पर मार्गदर्शन देते हुए कहा कि आज सृजन सैनिकों के रूप में गायत्री परिवार के प्रत्येक कार्यकर्ता हैं। युग निर्माण अभियान सृजन साधना का त्रिवेणी संगम है। योजना एवं शक्ति परमात्मा सत्ता की है ।पुरुषार्थ एवं सहकार साधकों का है। जिला प्रतिनिधि डॉ अरुण कुमार पंडित ने कहा कि सम्मान दें सलाह लेकर संगठन को निरंतर प्रगति की ओर ले जाएं ।

गुरुदेव के विचार क्रांति अभियान को जनमानस में जागृत करने की आवश्यकता है। युग ऋषि ने संगठन का अलौकिक आधार भी बहुत सफल बनाया है। इसके दो मुख्य सूत्र हैं ,यह संगठन साधना से पुरस्कृत सृजनशील व्यक्तियों का है जो पारिवारिक संवेदना के आधार पर जुड़ा हुआ है। दूसरी ओर कार्यपद्धती जन आकांक्षाओं के तथा युग की मांग के अनुरूप है । इन्हीं दो कारणों से भारत का स्वतंत्रता संग्राम भी सफल हुआ था। परम पूज्य गुरुदेव ने इस देव परिवार के परिजनों को दिशा देने के लिए विदाई सम्मेलन से पूर्व इस संदर्भ में जो लिखा था उसके कुछ अंश यहां दिए जा रहे हैं। पंकज कुमार मंडल ने प्रेरणा प्रद युग गायन से साधकों को आध्यात्मिक वातावरण बना दिया । सर्वसम्मति से प्रखंड समन्वय समिति के गठन में प्रखंड प्रतिनिधि संजीव कुमार, उप प्रतिनिधि विद्या चरण सिंह, महिला प्रतिनिधि नीलू शर्मा ,उप महिला प्रतिनिधि मीतू देवी, युवा प्रखंड प्रतिनिधि कुमार अनुपम ,उप युवा प्रतिनिधि शुभम केसरी, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा संयोजक बालेश्वर सिंह ,उप संयोजक दिलीप पटेल, आओ गढे संस्कारवान पीढ़ी के संयोजक किरण सिन्हा, उप संयोजक मुन्नी देवी ,गृहे गृहे गायत्री यज्ञ संयोजक प्रतिमा भारती, उप संयोजक माला देवी, आपदा प्रबंधन संयोजक ललन कुमार ,सप्त आंदोलन संयोजक सुनील कुमार को सर्वसम्मति से बनाया गया ।इस उपलक्ष पर गणेश प्रसाद चौरसिया,सुधीर चंद्र साहा डॉक्टर विदेशी सिंह मीरा देवी गंगा देवी पुरुषोत्तम कुमार सदानंद मंडल तारकेश्वर , अंकित कुमार ठाकुर , आदि दर्जनों प्रखंड के साधक थे।