निर्माणधीन दो तीन पुल को उड़ाने की योजना बना रह था नक्सली, सहयोगी डॉक्टर गिरफ्तार,जमुई। सोनो में निर्माणधीन दो तीन पुल को उड़ाने की योजना बना रहे है नक्सली संगठन का सहयोगी डाक्टर एस के पांडेय को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर झाझा फांडी चौक से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार डॉक्टर ने अपनेे स्वीकारोक्ति बयान में कई तरह की जानकारी दी है पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन शुरू कर दी है। जमुई एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि नक्सली संगठन सोनो में निर्माणधीन दो तीन पुल को उड़ाने की योजना बना रही है। कई दिनो पुलिस वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ मेनुअली भी काम कर रही थी।उसके बाद मिले फीडबेक के आधार पर झाझा के एक डाॅक्टर एस के पांडेय जो नक्सली के हेड परवेज से लगातार टेलीफोन पर संपर्क में है और उसको विस्फोटक लाने की जिम्मेवारी दी गयी थी, गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि बीते दिनों जुडपनिया के समीप रख्ख बटको जंगल से बरामद 100 किलो विस्फोटक पदार्थ को नक्सलियो को दहशत फैलाने के लिये लगाना था। समय रहते पुलिस ने विस्फोटक पदार्थ को जब्त कर लिया जिससे नक्सलियो की योजना पानी फिर गया।उसके बाद नक्सलियो के द्वारा विस्फोटक जमा करने की जिम्मेवारी डाॅक्टर को दी गयी। झाझा,सोनो,चकाई,एएसपी अभियान एसडीपीओ सभी पुलिस पदाधिकारी की निगरानी लगी हुई थी। दो दिन डाॅक्टर मोबाईल बंद कर गायब था। इसी बीच भनक लगी कि परवेज के घर पर पैसा भेजा है और जिस सीएसपी से भेजा गया था उससे प्रमाण लिया गया तो पता चला कि डाॅक्टर नक्सली संगठन का पैसा जमा करता था। और नकद या बैंक के माध्यम से पैसा झारखंड भेजता था। शनिवार को चकाई पुलिस को सूचना मिला कि डाक्टर अपने क्लिीनिक आये हुये और छुपकर भागने की कोशिश में है। इसपर पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुये उसे हिरासत मे लिया और जिस मोबाईल से नक्सली से बात करता था उस मोबाईल को भी बरामद किया। मोबाईल जाॅच पर पता चला कि नक्सली परवेज का मैसेज पैसा जमा करने के लिये आया है। डाॅक्टर ने नक्सली परवेज का अपना घर हजारीबाग विष्णुगढ में भेजा। डाॅक्टर ने स्वीकार किया वे 2016 से नक्सली से जुड़ा हुआ है। एसपी ने आगे बताया कि नक्सली जो भी बीमार होता था उसका ईलाज डाॅक्टर किया करता था और विशेषकर नक्सली परवेज का ही यह डाॅक्टर है। पकडे गये डाॅक्टर का क्लिीनिक चकाई और झाझा में है और जो चकाई मे क्लिीनिक है उसमे नक्सलियो का पैसा लगा है और वह क्लिीनिक इसलिये बना है कि उसमे नक्सली का ईलाज हो सके। पकड़े गये नक्सली का जन्म गिरीडीह में हुआ और झाझा में रह रहा है। एक चार पहिया वाहन भी डाॅक्टर ने लिया है जिसमे नक्सली का पैसा लगा हुआ है। बीतें दिनो विस्फोटक पदार्थ बरामद में नक्सली विजय यादव का नाम सामने आया था और उसी के माध्यम से यह पैसा जमा करना और नये नये लोगो को नक्सली के गिरोह में शामिल करता है और नक्सली का ईलाज करता है और जो भी घटना होती है उसमे यह शामिल होता है। फिलहाल पुलिस डाॅक्टर से पूछताछ कर रही है। टीम में एएसपी अभियान सुधांशु कुमार,झाझा एसडीपीओ रविशंकर प्रसाद,चकाई थानाध्यक्ष राजीव तिवारी,सोनो थानाध्यक्ष हलीम अंसारी,झाझा थानाध्यक्ष राजेश शरण सहित पुलिस अन्य पुलिस बल थे।
