जिला पदाधिकारी ने किया आदिवासी गांव का दौरा,अनुसूचित जनजातियों के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा , महिला एवं बाल कल्याण, राशनकार्ड तथा उन्हें रोजगार के दिशा में जोड़ने की पहल,
बच्चों के बीच उन्होंने बांटे चॉकलेट, अभिभावकों से की बच्चों को स्कूल भेजने की अपील,
मुंगेर।समाज के हाशिये पर पड़े व्यक्ति तक विकास की तमाम योजनाओं को ले जाना और इससे लाभान्वित कराना जिला प्रशासन का मुख्य ध्येय रहा है। जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने अपनी सोच को व्यवहारिक धरातल पर उतारने के लिए खड़गपुर के कई आदिवासी क्षेत्रों का भ्रमण कर उनके बीच विकास कार्यों की रूपरेखा रखी तथा उन्हें जागरूक किया।
खड़गपुर प्रखण्ड के दशरथपुर में अनुसूचित जनजातियों के बीच स्वास्थ्य, शिक्षा ,महिला एवं बाल कल्याण,राशनकार्ड तथा उन्हें रोजगार के दिशा में जोड़ने की पहल किया गया। दशरथपुर में जीविका द्वारा संचालित सतत जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत पतल निर्माण उद्योग चलाया जा रहा है। वहां पत्तल बनाने का मशीन लगा हुआ है । जीविका दिदिया पेड़ के पत्तों से मशीन से पत्तल बनाने का कार्य करती है।जिला पदाधिकारी ने कार्य स्थल का निरीक्षण किया।उनके कार्यो को आर्थिक रूप से और व्यापक करने,तथा अधिक से अधिक समुह को जोड़ने का निदेश दिया। उनके बाजार को खड़गपुर से बाहर भी तलाशने को कहा। उन्होंने कहा कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी यह निश्चय ही लाभकारी है और साथ ही साथ आर्थिक आत्मनिर्भर और महिला सशक्तिकरण की ओर यह एक कदम होगा। उसके बाद वहां ग्रामीण चौपाल का भी आयोजन वहां के समस्यायों को सुना ।उन्होंने लोगो से कहा कि अब कोविड अनलॉक के बाद सभी स्कूल खुल गए है। आप अपने बच्चों को स्कूल भेजे तथा किसी प्रकार की कोई भी कठनाई हो तो अनुमंडल एवं जिला कार्यालय को सूचित करें।बच्चों के उन्होंने चॉकलेट भी बांटे। 5 साल से कम उम्र के बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र पर भेजने को कहा गया।राशन कार्ड जिसका नही बना है तो वे अनुमंडल कार्यालय से संपर्क कई।अनुमंडल पदाधिकारी खड़गपुर को अनिवार्य रुप से सभी योग्य लाभुकों का राशन कार्ड बनाने का निदेश दिया गया।बेहतर स्वास्थ्य देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध ही।लोगो से अपील करते हुए कहा कि यदि टीका नही लगाए हैं तो अवश्य लगवा ले।स्वास्थ्य उप केंद्र पर जाकर सभी स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठाएं।