मुंगेर हेल्थ टिप्स

मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के बीच मौसमी बीमारियों से रहें सतर्क और सावधान, साफ- सफाई का रखें विशेष ख्याल,
बुजुर्गों व बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए बरतें विशेष सावधानी,जिले के खड़गपुर में डायरिया से 6 वर्षीय बच्ची की हो चुकी मौत, 

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मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के बीच मौसमी बीमारियों से रहें सतर्क और सावधान, साफ- सफाई का रखें विशेष ख्याल,
बुजुर्गों व बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए बरतें विशेष सावधानी,जिले के खड़गपुर में डायरिया से 6 वर्षीय बच्ची की हो चुकी मौत, मुंगेर। 
पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश एवं तापमान में हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण मौसम में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। इसके कारण कई मौसमी बीमारियों के होने की भी संभावना बढ़ गई है। इन दिनों लोग सर्दी, खांसी, बुखार, डायरिया सहित कई अन्य मौसमी बीमारियों के दायरे में आ रहे हैं। ऐसे में हमें काफी सावधान रहने की जरूरत है। इसके साथ ही मौसमी बीमारियों से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है कि सभी लोग समय पर खाना खाएं और अपने घर सहित आसपास की  साफ- सफाई का भी विशेष ख्याल रखें। मालूम हो कि साफ-सफाई हमें ना सिर्फ किसी एक बीमारी से बचाती है बल्कि, अनेकों बीमारी खासकर वायरल और संक्रामक बीमारियों से भी दूर रखती है। इसके अलावा साफ-सफाई से हमारे शरीर में शारीरिक ऊर्जा का भी संचार होता है। जिले के हवेली खड़गपुर प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र हरकुंडा  गांव निवासी मुन्ना मरांडी की 6 वर्षीय पुत्री प्रियंका कुमारी की डायरिया से शनिवार को मौत हो गयी।कहते हैं चिकित्सक : -सदर अस्पताल मुंगेर के उपाधीक्षक डाॅ. पीएम सहाय ने बताया कि मौसमी बीमारी  से बचाव के लिए आवश्यक है कि सभी लोग समय पर खाना खाएं और साफ- सफाई का विशेष ख्याल रखें। इसके साथ ही सभी लोग अपने घर के बच्चों व बुजुर्गों का भी विशेष ख्याल रखें क्योंकि, बच्चे और बुजुर्गों को युवाओं की तुलना में मौसमी बीमारियों के दायरे में आने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए, हमें खुद के साथ-साथ बच्चे व बुजुर्गों का भी विशेष ख्याल रखने की जरूरत है।अपने घर के आसपास नहीं होने दें जलजमाव :-उन्होंने बताया कि वर्तमान में बरसात का दौर चल रहा है। जिसके कारण जगह- जगह निचले हिस्से में बरसात के पानी का जलजमाव हो जाता है। जो अधिक दिनों तक रहने के कारण काफी दुर्गंध करने लगता है। इसके कारण जलजनित बीमारी के फैलने की संभावना प्रबल हो जाती है और धीरे-धीरे इसके महामारी का भी रूप लेने की प्रबल संभावना रहती है। इसलिए, घर के आसपास जलजमाव का पानी नहीं रहने दें और वैकल्पिक व्यवस्था कर शीघ्र पानी की निकासी कराएं। इसके बाद पूरा परिसर में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराएं। इससे ना सिर्फ मौसमी बीमारियों से बचाव होगा बल्कि, जलजनित बीमारी से भी दूर रहेंगे। किन किन बीमारियों की है प्रबल संभावना :-उन्होंने बताया कि बरसात अपने साथ कई तरह की बीमारियों को भी साथ लेकर आती है। इसलिए, बरसात के मौसम में लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। दरअसल, बरसात के पानी का जिस जगह जलजमाव होता है और पानी वहाँ कई दिनों तक जमा ही रहता हैं तो उससे काफी दुर्गंध उठने लगता है। इसके साथ ही पानी में मच्छरों का भी बसेरा हो जाता है। जिसके कारण डेंगू, टाइफायड, डायरिया सर्दी खांसी बुखार जैसी गंभीर बीमारियों के होने की संभावना बनी रहती है। बाढ़ का पानी निकलने के बाद किन बातों का रखें विशेष ख्याल : -उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से बाढ़ का पानी निकल जाने के बाद साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। जलजमाव वाले क्षेत्र से जलनिकासी के बाद वहां ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव अति आवश्यक है। इसके साथ ही अपने स्तर से अपने आसपास साफ -सफाई रखने के बाद ही कई मौसमी बीमारियों से अपने साथ-साथ अपने परिवार और समाज को विभिन्न मौसमी बीमारियों से सुरक्षित रखा जा सकता है।इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :– मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।- अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें और भीड़-भाड़ वाले जगहों से दूर रहें।- बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।- साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और सैनिटाइजर का उपयोग करें।- विटामिन-सी युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करें।

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