दो संवेदकों के बीच का विवाद सड़कों पर,
उसका मूल कारण जिला परिषद स्टैंड में जगह का नहीं होना है। फलस्वरुप झगड़े का निपटारा तभी हो सकता है, जब संवेदकों का निविदा समाप्त कर दिया जाए। सरकारी बस स्टैंड के संवेदक गौतम कुमार को सरकारी बस स्टैंड में छोटे वाहनों से नियमानुसार पार्किंग शुल्क वसूली करना है और जिला परिषद को बड़े छोटे सभी बहनों से नंदलाल बसु चौक पर पार्किंग की वसूली करना है। लेकिन जिला परिषद के संवेदक के लोग बस स्टैंड के पास सड़कों पर खड़े वाहन से भी पैसे वसूली करता है। इसका बस स्टैंड के संवेदक के समर्थकों द्वारा विरोध किया जाता है। विवाद का जड़ यही शुरू होता है। यदि दोनों संवेदक अपने अपने स्टैंड के हिसाब से पैसे की वसूली करें तो कोई विवाद नहीं रहेगा । लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। प्रशासन भी सीमा क्षेत्र निर्धारण करने में विफल है। ऐसे थाना अध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह के हस्तक्षेप से जाम हटा लिया गया। पर जाम के कारण घंटों इस पथ पर यात्रा करने वाले यात्रियों एवं बाहरी वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जाम के कारण चांदवाली स्थान से प्रसण्डो तक वाहनों का लंबा काफिला खड़ा हो गया ।