जातिय जनगणना में मात्र एसी/एसटी को शामिल करने की राजद परिवार ने की निंदा,
मुंगेर।केन्द्र की मोदी सरकार के गृह राज्य मंत्री नित्यानन्द राय द्वारा जातिय जनगणना में मात्र एसी/एसटी को शामिल करने संबंधी बयान की जिला राष्ट्रीय जनता दल ने कड़ी निंदा करते हुए कहाकि आर एस एस के इशारे पर तालिबानी फरमान जारी करने का निर्णय लिया गया है, राजद जिला अध्यक्ष डॉ देवकीनन्दन की अध्यक्षता में राजद कार्यालय में आयोजित बैठक में 2021 में होने वाला राष्ट्रीय जनगणना में जातिय जनगणना के आधार पर कराने की मांग को लेकर आन्दोलन करने पर विचार विमर्श किया गया।
राजद जिलाध्यक्ष डॉ. देवकीनन्दन सिंह, उपाध्यक्ष संजय पासवान, राज्य परिषद सदस्य नरेश सिंह यादव,जिला प्रवक्ता मंटू शर्मा, महासचिव सह मिडिया प्रभारी गजेन्द्र कुमार हिमांशु अरबिन्द एवं सुरेन्द्र यादव उर्फ़ शैलेन्द्र, नगर अध्यक्षा मंटू यादव, महानगर युवा अध्यक्ष आदर्श कुमार राजा ने संयुक्त रूप कहा कि जातिय जनगणना कराने को लेकर राजद सुप्रीमों लालू यादव ने लगातार केन्द्र सरकार पर दबाव बनाकर राज्यव्यापी आन्दोलन भी किया था, लालू जी ने वर्ष 1931 के जातिय जनगणना के आधार पर पुनः जातिय जनगणना की मांग करते रहे हैं, वर्ष 2011 में हुए जनगणना के बाद 2021 में जनगणना कराया जाना है जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा एक पुन: जातिय जनगणना की मांग को लेकर गंभीर है, आम जनगणना के आधार पर देश की जनसंख्या पता चलता और उसके आधार पर आर्थिक बजट तय होता है जिसका लाभ कुछ विशेष लोगों द्वारा उठाया जाता है जबकि जातिय जनगणना के आधार पर सभी जातियों की सूची सार्वजनिक होने पर सभी जातियो को जनसंख्या के आधार हिस्सेदारी मिलेगा। राजद नेताओं ने कहाकि जातिय जनगणना के नाम पर केन्द्रित गृह मंत्री नित्यानन्द राय ने कहाकि हैकि जनगणना में मात्र एसी/एस टी को शामिल करने की बात कर रहें जिससे स्पष्ट प्रतीत होता है आगामी यूपी चुनाव में दलित कार्ड खेलकर राजनीतिक लाभ लेने का खेल खेला जा रहा है जबकि देश में सर्वाधिक जनसंख्या पिछड़ी जातियों की है जिसमें विभिन्न जातियों को लाभ से वंचित करने की शाजिस की जा रही है। प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल बिहार द्वारा शीध्र ही राज्यव्यापी आन्दोलन की घोषणा के बाद राजद द्वारा आन्दोलन के सड़को पर उतर जाएंगे।