विलुप्त हो गई हैं लगाए गए हजारों पौधे एवं पौधों के बचाव हेतु बना बांस का घेरा, संग्रामपुर।प्रखंड मुख्यालय से होकर गुजरने वाली बेलहरनी नदी के तट पर अवस्थित प्रखंड के झिकुली पंचायत अंतर्गत चंदनिया क्रीड़ा मैदान से लक्ष्मीपुर शिवालय तक जल जीवन हरियाली योजना के तहत मनरेगा के तहत लगाए गए हजारों पौधे एवं पौधों के बचाव हेतु चचरीनुमा बांस का घेरा रखरखाव एवं देखभाल के अभाव में विलुप्त हो गई हैं। इसके पीछे संबंधित विभाग के पदाधिकारियों की उदासीनता और कर्तव्य हीनता कारण है या यूं कहा जाए कि कुछ ही दिन पूर्व लगाए गए हजारों पौधों को या तो धरती निगल गई या फिर जानवरों का चारा बन गई। चंदनिया क्रीड़ा मैदान पर मनरेगा के तहत लगाए गए हजारों वृक्ष में से आज एक भी वृक्ष क्रीड़ा मैदान के इर्द-गिर्द दिखाई नहीं दे रहा है। इतना ही नहीं वृक्ष के बचाव में हेतु लगाए गए चचरीनुमा बांस का घेरा लोगों के जलावन के काम में आ गया तो कुछ घेरा लोगों के छप्पर की शोभा बढ़ा रही है। सनद रहे कि सूबे के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा जल जीवन हरियाली अभियान को गांधी जयंती की 150वीं वर्षगांठ पर शुरू की गई थी। ताकि राज्य में बढ़ते जल संकट से लोगों को मुक्ति मिल सके। राज्य भर में वृक्षारोपण को युद्ध स्तर पर लागू करने एवं जल जीवन हरियाली योजना की सफलता के लिए ग्रामीण विकास, पर्यावरण वन व जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, राजस्व व भूमि सुधार, लघु जल संसाधन, नगर विकास, पीएसईडी, कृषि, भवन, जल संसाधन, पशुपालन, शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायती राज, ऊर्जा, व सूचना व जनसंपर्क सहित 15 विभाग शामिल हैं। बताते चलें कि जिस विभाग के तहत पौधे लगाए गए हैं। प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी नींबू लाल से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया कि अभी मैं मीटिंग में हूं बाद में कॉल करें।
