पेयजल की किल्लत :- लाभार्थियों ने जल मीनार के समक्ष खाली बर्तन के साथ किया प्रदर्शन,
तारापुर। नव गठित नगर पंचायत गाजीपुर (के पुराने परिसीमन के आधार पर वार्ड संख्या 12) में पेयजल की घनघोर किल्लत से वहां के बाशिंदों को जूझना पड़ रहा है। सात निश्चय योजना से हर घर नल द्वारा पानी की आपूर्ति पिछले 4 दिनों से बंद है। वहां के बाशिंदों का आरोप है कि 2 महीने से पानी की आपूर्ति बाधित है। जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से करने के बाद 10 दिन आपूर्ति दी गई। पुनः आपूर्ति बंद है । गर्मी के कारण पानी की किल्लत जानलेवा साबित हो रही है। धोबिया पोखर के समीप नल जल योजना का टंकी स्थापित किया गया है । पहले मोटर की खराबी के कारण आपूर्ति बाधित थी। जिसे मरम्मती के बाद 10 दिन पानी दिया गया । बुधवार को फिर से आई खराबी के कारण आपूर्ति बाधित है। इस संबंध में व्यवस्था से आक्रोश जताते हुए लाभार्थियों ने जल मीनार के समक्ष खाली बर्तन के साथ प्रदर्शन किया। मजेदार तथ्य है कि जिस महिला कजामों देवी को देखरेख का जिम्मा दिया गया है। उसे तमाम मेहनत के बावजूद 4 वर्षों से मजदूरी नहीं मिल रही है । लाभार्थी कुंदन कुमार ने कहा कि पिछले 2 महीना से आपूर्ति बंद था। बीडीओ और मुखिया को जानकारी देने के बाद भी आपूर्ति चालू नहीं हुई। बाद में कनीय अभियंता ने आकर चालू करवाया। 30 जून से आपूर्ति चालू हुई जो 10 जुलाई से फिर बंद हो गई। दूसरे जगह से पानी लाकर काम कर रहे हैं। रजनी देवी ने कहा कि पानी नहीं मिलने के कारण बाजार के पास के चापाकल से ढोकर पानी लाना पड़ता है। अति वृद्ध महिला सदामति देवी ने कहा कि हमलोगों को बहुत दिक्कत होता है। बार-बार खराब होता है। इतनी बड़ी उम्र में कहां से पानी ढोकर लाए। जल मीनार की देखरेख करने वाली कजामो देवी करती है की 4 वर्ष से हम इसे देख रहे हैं। अभी तक हमें ₹5 भी मजदूरी नहीं मिली है । 30 रुपया घर कलेक्शन भी करते हैं, तो उसमें सभी पैसा बिजली के रिचार्ज में लग जाता है। मुझे 1 रुपया भी नहीं बचता है ।इसके अतिरिक्त का खर्च भी हम अपने चौका बर्तन के पैसा की आमदनी से करता हूं । उस तरह के खर्च में मुखिया, वार्ड सदस्य, सचिव कोई भी नहीं देता है। इस वार्ड में 4 जीपीटी चापाकल ही है जिसमें तीन खराब पड़े हैं एक चापाकल पर ही एक बड़ी आबादी पानी के लिए निर्भर कर रही है । इसको लेकर परामर्श समिति के अध्यक्ष के पति पप्पू खान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 2 माह पूर्व भी मोटर खराब हो गया था जिसे हमने निजी कोष से ठीक कराया । कल मुझे जानकारी मिली है कि फिर से ग्रामीणों को पानी की समस्या हो रही है इसमें जो संभव प्रयास होगा मैं करूंगा।
