प्रसिद्ध शायर हैरत फर्रुखाबादी को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि,
रांची।
“करे क्यूं असर न ‘हैरत’ ये गज़ल तिरि दिलों पर ये नवा ए साज-ए-दिल है,कोई फ़लसफ़ा नहीं है”–हैरत फर्रुखाबादी ।’सृजन संसार’ साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच की ओर से गूगल मीट के माध्यम से रांची के प्रसिद्ध शायर ज्योति प्रसाद मिश्र उर्फ हैरत फर्रुखाबादी को उनकी रचनाओं द्वारा साहित्यकारों ने ऑनलाइन भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। संयोजन कवि एवं लोक गायक सदानंद सिंह यादव, मंच संचालन अभिलाषा ‘अभि’ ने तथा अध्यक्षता प्रसिद्ध शायर नसीर अफसर ने की। कार्यक्रम के शुरुआत से पूर्व सभी साहित्यकारों ने 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रयागराज से प्रसिद्ध लेखक एवं शायर डाॅ शिशिर सोमवंशी ने उनके याद में रांची शहर में बड़ा कार्यक्रम करने का आह्वान किया, जिसका समर्थन शायर नेहाल हुसैन सरैयावी ने किया । उनके स्वजनों ने भी सहमति प्रदान की। कार्यक्रम में उनके परिवारिक सदस्य रजनीश मिश्रा, मनीष मिश्रा, अंशु मिश्रा तथा सुष्मिता मिश्रा भी थी। मंच के संरक्षक सुनील सिंह बादल,डाॅ. सुरिन्दर कौर नीलम, नेहाल हुसैन सरैयावी ने उनके संस्मरण के साथ उनकी रचनाओं से उन्हें भावांजलि अर्पित की। शायर मंजूर अली बेग,डा.रजनी शर्मा चंदा, चंद्रिका ठाकुर देशदीप, गीता चौबे गुंज,रूणा रश्मि दीप्त, नंदनी प्रनय, डॉ सुषमा केरकेट्टा ,विभा वर्मा, कल्याणी झा, मीनू सिन्हा ,रेनू बाला धार ,निशिकांत पाठक,रेणु झा,सूरज श्रीवास्तव आदि रचनाकारों ने उनके संस्मरण को याद करके उन्हें हृदय से नमन किया। अंत में स्वजनों ने सभी साहित्यकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया ।
