खास खबर मुंगेर

डीएम ने की उद्योग एवं बैंकिंग के कार्यो और बैंक द्वारा दिये जा रहे उद्योग ऋण की समीक्षा, 

409 Views

डीएम ने की उद्योग एवं बैंकिंग के कार्यो और बैंक द्वारा दिये जा रहे उद्योग ऋण की समीक्षा, मुंगेर।समाहरणालय सभागार में उद्योग एवं बैंकिंग के कार्यो और बैंक द्वारा दिये जा रहे उद्योग ऋण की समीक्षा जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने की। उद्योग लगाने हेतु दी जाने वाली ऋण पीएमईजीपी में बैंकों द्वारा उदासीनता दिखाने पर जिला पदाधिकारी नवीन कुमार ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बैंक का एक महत्वपूर्ण जिम्मेवारी और कर्तव्य है कि वैसे उद्यमियों को नये उद्योग लगाने एवं उद्योग विस्तार में उनकी आर्थिक मदद करें। उन्हें वित्त विभाग द्वारा जारी एक पत्र को संदर्भित करते हुए कहा कि प्रत्येक बैंक के प्रत्येक शाखा को सोमोटो एक ऋण आवेदन को स्वीकृत करना है। उन्होंने कहा कि आप अपनी जिम्मेवारियों को समझे और जाने। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बैंक के ब्रांच में न्यूनतम 4-5 हजार खाताधारी है। जिले के विकास के लिए उद्योग का लगना एक महत्वपूर्ण कारक तत्व है। बैंकरों ने बताया कि एनपीए एक बड़ी समस्या है, इस पर जिला पदाधिकारी ने कहा कि बड़े बकायादारों की रजिस्टर मिलान कर बैंकिंग उप समाहर्ता को सूचित करें ताकि उनसे राशि की रिकवरी की जाय। बैंक शाखा अधिक से अधिक खोलने के पीछे मुख्य मंशा यह होती है कि बैंकिंग प्रणाली को आम व्यक्ति तक पहुॅचाना। आम व्यक्ति बैंकिंग सिस्टम को जाने। ऋण मिलने से किसी की जिंदगी बदल सकती है। इससे समाज में अपराधिक घटना में कमी आती है। जिला पदाधिकारी ने बताया कि उद्योग कि भरपूर संभावना जिले में है। कुछ उपस्थित उद्यमियों ने बताया कि उन्हें अपने उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ऋण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रोडक्सन यूनिट में उद्यमियों को आगे आना होगा। तभी हम समाज और लोगों को आर्थिक रोजगार के साथ जोड़ पायेगे। सहयोग की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि माहौल बदला है। अधिक से अधिक आवेदन सृजित करने का निदेश जिला उद्योग प्रबंधक को दिया गया। पेवर निर्माण उद्योग, बैकरी, सूती निर्माण उद्योग आदि जिले में संचालित है। उन्होंने बैंक में जमा राशि और ऋण देयता की सूची तैयार करने को कहा। चेम्बर आफ काॅमर्स के प्रतिनिधियों ने भी अपनी बात रखी। जिला पदाधिकारी ने उनसे अनुरोध किया कि अपने अपने क्षेत्र के इच्छुक उद्यमियों या नये कार्य करने वाले व्यपारियों की सूची बनाये। उनके साथ बैठक करे। उन्होंने कहा कि प्रशासन आपके रोजगार एवं उद्योग बढ़ाने में पूर्ण सहयोग करेगे। पूर्व हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल में यहाॅ सबसे पहले रेलकारखाना, बंदूक कारखाना, आईटीसी इंडस्ट्री लगाया गया। जिले में कुशल श्रम एवं अनुकूल मौसम भी उपलब्ध है। जिला प्रशासन उद्योग विस्तार एवं नये उद्योग लगाने के लिए कटिवद्ध एवं प्रतिवद्ध है। बैठक में सभी बैंक के समन्वयक, एलडीएम, उद्योग पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता बैंकिंग एवं अपर समाहर्ता  थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *