प्रवासी मजदूर को मिलेगा जिले में ही काम : डीएम,
मुंगेर।
प्रवासी मजदूरों को जिले में ही रोजगार कैसे मिले इसको लेकर आज जिला पदाधिकारी राजेश मीणा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में बैठक हुई। रेलवे कारखाना, आईटीसी फैक्ट्री, चेंबर ऑफ कॉमर्स , केमिस्ट्री एंड ड्रग एसोसिएशन, महिला निकेतन सहित कई निजी संस्था कार्यकारी एजेंसी के उपक्रम एनजीओ के अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में जिला पदाधिकारी श्री मीणा ने बताया कि प्रवासी मजदूरों का आपदा प्रबंधन एवं उद्योग विभाग के द्वारा क्वॉरेंटाइन सेंटर एवं आइसोलेशन वार्ड में स्किल मैपिंग का कार्य किया जा रहा है। प्रवासियों के उनके कुशलता के आधार पर रोजगार मुहैया कराया जाएगा। स्किल्ड एंड ननस्किल्ड मजदूरों के लिए कई तरह के ऑप्शन उपलब्ध हैं। जमालपुर रेल प्रतिनिधि ने बताया कि वहां आउटसोर्सिंग के माध्यम से होने वाले कार्यों में प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ा जा सकता है जबकि आईटीसी प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि मिशन सुनहरा कल ,अंतर्गत वाटर शेड, शौचालय निर्माण ,कार्य डेरी प्लांट , पशुधन कार्यक्रम में उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा। जिला पदाधिकारी ने बताया कि बाहर के मजदूर जो चले गए हैं उनके स्थान पर बिहारी आगंतुक प्रवासियों को काम से जोड़ें। चैंम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी आटा मिल एवं अन्य कुटीर एवं लघु उद्योग स्थापना करने पर सहमति जताई और कहा कि प्रवासी मजदूरों को वहां पर काम पर लगाए जाएंगे। एलडीएम को ऋण मुहैया कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने बताया कि जिन्हें भी मजदूर की जरूरत हो वह उद्योग विभाग के श्रम साधन पोर्टल से जरूरत के हिसाब से अपना डाटा एंट्री करेंगे। उन्हें उस स्किल्ड के मजदूर उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त पत्थर तोड़ने का कार्य, सिलाई, बुटीक, अगरबत्ती आदि कुटीर उद्योगों की स्थापना कर प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा। बैठक में अपर समाहर्ता श्री विद्यानंद सिंह उप विकास आयुक्त श्री संजय कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री खगेश चंद्र झा , प्रभारी आपदा श्री रतन, एलडीएम एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री दिनेश कुमार उपस्थित थे।