कौन है चार्ली चैपलिन द्वितीय, जिसके अभिनय को सलाम करती है दुनिया,
मुंगेर।
चार्ली चैपलिन का जन्म 16 अप्रैल, 1889 को लंदन में हुआ था। चार्ली चैपलिन 2 के नाम से विख्यात राजन कुमार उनके जन्मदिन को अनोखे ढंग से मानते आ रहे हैं। हीरो राजन कुमार चार्ली चैपलिन द्वितीय के रूप में चार्ली चैपलिन की यादों को जिंदा किया है। आज जबकि करोना महामारी के कारण इंसान परेशान है और उसे सबसे ज़्यादा इम्यूनिटी बढ़ाने की जरूरत है ऐसे में हंसी से बढ़कर क्या हो सकता है। और चार्ली एक ऐसे अभिनेता थे, जिन्होंने बिना एक शब्द बोले पुरी दुनिया को हंसाया था। फ़िल्मी दुनिया के सबसे पहले हास्य कलाकार की बात होती है, तो चार्ली चैपलिन का नाम ही ज़ुबान पे आता है। ब्लैक एंड व्हाइट के ज़माने में उन्होंने अपने अभिनय से हास्य के रंग बिखेरे थे। और राजन कुमार भी चार्ली चैपलिन 2 के रूप में उसी तरह वर्षों से लोगों को हंसाते आ रहे हैं। नीम का एक पौधा लगाते हुए राजन कुमार ने एक फोटो शेयर किया है जहां वह कई बीमारियों मेे औषधि का गुण रखने वाले इस पेड़ का ज़िक्र कर रहे हैं।
उललेखनीय है कि हीरो राजन कुमार ने आइकॉन ऑफ़ इंडिया (इलेक्शन कमीशन) के रूप में भी रिकॉर्ड बनाया था। मतदाताओं को वोट के लिए जागरूक करने के लिए सबसे ज्यादा कंपेन करने के लिए उन्हें रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया था। चार्ली चैपलिन 2 के नाम से मशहूर हीरो राजन कुमार ने आइकॉन के रूप में मुंगेर ,बिहार में वोटिंग ट्री प्लांट करके एक अनोखा काम किया। वोटर्स अवेयरनेस के लिए इस तरह का अभियान पहली बार हुआ,और यह वोटिंग ट्री का कांसेप्ट राजन कुमार का इतना पसन्द किया गया इसे इलेक्शन कमिशन औफ इंडिया की मैगज़ीन “इनोवेशन्स ऐंड इनिशियेटिव” में प्रमुखता से जगह दी गई। वोटिंग ट्री इन बिहार के नाम से पूरे पेज पे राजन कुमार की इस उपलब्धि का ज़िक्र किया गया।
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट मुंगेर राजेश मीना के साथ मिलकर राजन कुमार ने 101 वोटिंग पेड़ लगाए थे।
चार्ली चैपलिन के 135 वें जन्मदिन पर
चार्ली चैपलिन 2 के नाम से दुनिया भर में 5055 संख्या में लाईव शोज करने वाले राजन कुमार का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।

मुंगेर के एक छोटे से गांव टेटिया बंबर के एक साधारण किसान पिता लक्ष्मण प्रसाद सिंह ,माता सुनीता देवी के छोटे पुत्र के रूप में जन्मे राजन कुमार का लालन पालन बहुत ही साधारण तरीके से हुआ है गांव के सरकारी स्कूल जगनाथ उच्च विद्यालय में ही शिक्षा दीक्षा लिया । बंदर से नाचना सीखा, महानय नदी में तैरना सीखा और आदिवासी लोगों से युद्ध कला ने राजन को मजबूत बनाया और लगन और संघर्ष ने साधारण से गांव के लड़के को दुनिया का दूसरा चार्ली चैपलिन बना दिया। आज भी राजन कुमार सुबह सवेरे उठ कर एक्सरसाइज करना नही भूलते सत्तू पीना उन्हें अच्छा लगता है।
छाऊ नृत्य के लिए इन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला। रंगमंच की विधिवत ट्रेनिंग लेने के बाद में चार्ली चैपलिन को जिए जा रहे हैं। 5055 लाइव शो होने के बाद भी हर शो उनके लिए पहला शो होता है।कई हिंदी फ़िल्मों के नायक राजन कुमार की हिट हिंदी फिल्म नमस्ते बिहार है जिसे यू ट्यूब पर देखा जा सकता है।हाल ही में दिल्ली राजपथ पर होने वाले रिपब्लिक डे परेड में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके बिहार के इस अभिनेता की लोकप्रियता को दुनिया स्वीकार कर रही है।