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जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित दो बच्चियों को भेजा गया अहमदाबाद,

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जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित दो बच्चियों को भेजा गया अहमदाबाद,

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत हृदय रोग से पीड़ित दोनों बच्चियों का होगा निःशुल्क ऑपरेशन, 

मुंगेर। 

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) बच्चों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक अच्छी पहल है। जिसका लाभ जिले के बच्चों को मिल रहा है। इसी योजना के अंतर्गत और मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत हृदय रोग से पीड़ित हवेली खड़गपुर के रहने वाले शंभू महतो की  बेटी सुहानी कुमारी और धरहरा प्रखंड के रहने वाले राम यादव की  पुत्री सपना कुमारी को हृदय रोग के सफल इलाज के लिए सदर अस्पताल से स्क्रीनिंग के लिए इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान पटना भेजा गया। फिर वहां से सफल ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजा जाएगा। 

कहते हैं पदाधिकारी :-

जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रजी ने बताया कि जिला भर में हृदय में छेद के साथ जन्में तीन बच्चे मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत अहमदाबाद में हुई  सफल सर्जरी के बाद आज बिलकुल सामान्य जिंदगी जी रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का समुचित इलाज हो रहा और पीड़ित बच्चे स्वस्थ्य भी हो रहे  हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिला भर में पीएचसी से लेकर जिला स्तर के अस्पतालों में तैनात आरबीएसके टीम क्षेत्र भ्रमण कर ऐसे बच्चों को ना सिर्फ चिह्नित कर रही है बल्कि, उसका निःशुल्क समुचित इलाज भी सुनिश्चित करवा रही । 

कितने वर्ष तक के बच्चों के लिए कार्य करती है आरबीएसके की टीम :- 

आरबीएसके जिला समन्वयक डॉ बिंदू ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों को किसी प्रकार की गंभीर समस्या होने पर आईजीआईएमएस, एम्स और पीएमसीएच परिसर स्थित आईजीआईसी भेजा जाता है। टीम में शामिल एएनएम बच्चों का वजन उनकी लंबाई व सिर एवं पैर आदि की माप व नाप तौल आदि करती हैं। फार्मासिस्ट रजिस्टर में स्क्रीनिंग किये गये बच्चों का ब्योरा तैयार करते हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सभी बच्चों को चार मुख्य समस्याओं पर केंद्रित किया जाता है। इनमें डिफेक्ट एट बर्थ, डिफिशिएंसी डिजीज, डेवलपमेंट डीले तथा डिसेबिएलिटी आदि शामिल हैं। इससे जुड़ी सभी तरह की बीमारी या विकलांगता को चिह्नित कर इलाज किया जाता है।

किस स्तर पर कार्य कर रही है टीम :-

आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ. बिंदू ने बताया कि समाज के अंतिम व्यक्ति को भी सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके। इसके लिए हमारी टीम इलाके का भ्रमण कर जरूरतमंदों को चिह्नित कर उन्हें सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित करती है। यही नहीं जरूरतमंदों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने से लेकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने तक हमारी टीम जरूरी सहयोग भी करती है।  ताकि लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सेवा का लाभ लेने में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो। जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में हमारी टीम तैनात है।  जिसमें दो चिकित्सक, एक एएनएम और फर्मासिस्ट शामिल हैं। उन्होंने तमाम जिले वासियों से अपील की है कि जिनका भी बच्चा हृदय रोग से पीड़ित हैं वह अपने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र आकर हमारी टीम को सूचना दें। उनके बच्चे का पूरी तरह निःशुल्क समुचित इलाज करवाया जाएगा।

किस कार्यक्रम के तहत बच्चियों का हो रहा है इलाज :-

उन्होंने बताया कि दोनों बच्चियों का  इलाज सात निश्चय कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत बिल्कुल मुफ्त होगा। इसमें मरीज बच्चा और उसके एक अभिभावक को सरकार अपने खर्चे पर अहमदाबाद ले जाकर उचित इलाज करवाती है। इन बच्चियों को जन्म से ही दिल में छेद था  जिससे उनका सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा था। सुहानी के पिता शंभू महतो ने बताया कि  बार-बार बुखार तथा जल्द ही थकान होने लगती थी। 

उन्होंने ने बताया कि अहमदाबाद इलाज के लिए जा रही सुहानी की स्क्रीनिंग आइजीआइसी में हुई थी। जहां उनके दिल में छेद होने की पुष्टि हुई। इलाज के बाद इनका फॉलोअप भी किया जाएगा ।

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